Thursday, 6 September 2018

भारत छोड़ो आंदोलन का राजस्थान में प्रभाव


जोधपुर :- 

➽राजस्थान के जोधपुर राज्य का सन 1942 के आंदोलन में बहुत बड़ा योगदान रहा है जिसमे 400 लोगो को जेल जाने तक का सामना करना पड़ा था !

➽जोधपुर में सबसे पहला बम ब्लास्ट अक्टूबर 1942 में हुआ जिसमे सर्वश्री लालचंद, सोहनलाल लोढ़ा, हरबल सिंह, देवराज जैन, प्रेमराज बडेर, उमराज मुणोत, मनोहरलाल, बालकिशन आदि शामिल थे !

➽जोधपुर का दूसरा बम ब्लास्ट अप्रैल 1943 में हुआ जिसमे जोरावरमल बोडा, सूरजप्रकाश पापा, सीताराम सोलंकी, पारसमल खिसरा, ध्यान पांडे, विजय किशन, सुन्दर व्यास और हरीश कर्णावट थे !

मेवाड़ :-

➽मेवाड़ का 7 अगस्त 1942 को बम्बई कांग्रेस महासमिति के ऐतिहासिक अधिवेशन में मेवाड़ रियासत का प्रतिनिधित्व माणिक्यलाल वर्मा ने किया !

➽इसमें राजस्थान के भूतपूर्व मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर गुना-कोटा के मध्य रेलवे के पुल को डाइनोमाटिक से उदा दिया !

➽मेवाड़ में सन 1942 में आंदोलन के चलते छात्रों के आलावा प्रजामण्डल के लगभग 500 लोगों को जेल जाना पड़ा था !

➽आंदोलन के ससमय मेवाड़ के प्रधानमंत्री सर टी. विजय राघवाचार्य थे और मेवाड़ का दूसरा मुख्य केंद्र नाथद्वार था !

जयपुर :-

➽आंदोलन के समय जयपुर के प्रजामण्डल अध्यक्ष हीरालाल शास्त्री व महामंत्री श्री कपूरचंद पाटनी और सर मिर्जा इस्माइल जयपुर के प्रधानमत्री थे !

➽ शास्त्री जी ने 15 सितंबर 1942 को प्रधानमंत्री सर मिर्जा को अल्टीमेटम दिया जिसके अनुसार आजादी की मांग की शास्त्री जी व सरकार के मध्य एक जेंटलमेन एग्रीमेंट हुआ !

➽ भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान श्री रघुराज सिंह (अजमेर जेल तोड़कर आए हुए) ने श्री रत्नाकर भारतीय और राधेश्याम टिबरीवाल  को क्रांतिकारी कार्यों की शिक्षा दी !

कोटा :-

➽ श्री अमन श्री अभिनव हरि ने कोटा के प्रतिनिधि के रूप में 7 व 8 अगस्त 1942 को कांग्रेस महासमिति की बैठक में भाग लिया !

➽ मुख्य ग्रह पर होने वाले नेताओं शंभू दयाल सक्सेना, बेनीमाधव शर्मा, मोतीलाल जयंती जैन थे !

भरतपुर :- 

➽ 10 अगस्त 1942 को भरतपुर राज्य परिषद ने आंदोलन छेड़ा उस समय राज्य के प्रधानमंत्री श्री के पी एस मेनन थे !

➽ मास्टर आदित्येंद्र जुगल किशोर जीवाराम जगत सिंह आदि कार्यकर्ता गिरफ्तार हुए जिनको 16 अक्टूबर 1942 को उन्हें रिहा कर दिया गया !

शाहपुरा :- 

➽ प्रजामंडल ने राजाधिराज को अल्टीमेटम दिया जिनके संदर्भ में रमेश चंद्र ओझा लक्ष्मीनारायण काटिया काठीया लादूराम व्यास गिरफ्तार किए गए !

बीकानेर :-

➽ बीकानेर चाची के कार्यकर्ताओं ने दिसंबर 1942 में झंडा सत्याग्रह शुरू कर भारत छोड़ो आंदोलन में योगदान किया !

➽ इसमें मुख्य कार्यकर्ता श्री किशनगोपाल, राम नारायण शर्मा, मेघाराम आदि थे !

अलवर :- 

➽ इस आंदोलन के मुख्य नेता श्री कुंज बिहारी लाल मोदी थे, जिसके दौरान शोभाराम, रामचंद्र उपाध्याय, कृपादयाल माथुर ने वकालत छोड़ दी थी !

जैसलमेर :- 

➽ 1942 में निरंकुश शासन के कारण कोई विशेष आंदोलन नहीं हुए थे !

➽ अमर शहीद सागरमल गोपा जैसलमेर के गुंडाराज नामक पुस्तिका लिखने के अपराध में यातना भुगत रहे थे !

बूंदी :- 

➽ बूंदी में नित्यानंद और उनके पुत्र ऋषि दत्त मेहता भारत छोड़ो आंदोलन में गिरफ्तार हुए थे !

➽ डूंगरपुर में श्री भोगीलाल पांड्या ने 5 दिसंबर 1942 को एक सार्वजनिक सभा का आयोजन करके अंग्रेज सत्ता का विरोध किया !

अजमेर :- 

➽ जून 1818 में दौलतराम सिंधिया ने अजमेर को अंग्रेज के सुपुर्द किया !

➽ अजमेर राजस्थान की रियासतों का प्रेरणा स्थल तथा प्रशिक्षण केंद्र रहा है, इसमें राजनीतिक जागृति की शुरुआत 1914 से 1915 में हुई !

➽ मार्च 1920 में अजमेर के जमुना लाल बजाज की अध्यक्षता में राजपूताना मध्य भारत सभा का एक सम्मेलन  हुआ था !

➽ अक्टूबर 1920 में अजमेर में राजस्थान सेवा संघ की स्थापना श्री अर्जुन लाल सेठी, केसरी सिंह बारहट और  विजय सिंह पथिक ने की और सन 1927 में हरिभाऊ उपाध्याय ने हटूण्डी आश्रम की स्थापना की थी !

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