स्वाधीनता संग्राम

मेवाड़ :-
➤ सन 1943 में मेवाड़ के प्रधानमंत्री सर टी. विजय राघवाचार्य के नियंत्रण में निमंत्रण में श्री राजगोपालचारी उदयपुर आए !
➤ 1945 में वर्मा जी ने अखिल भारतीय देशी राज्य लोक सेवा परिषद का अधिवेशन उदयपुर में संपन्न किया !
➤ श्री के एम मुंशी ने मेवाड़ राज्य का संविधान तैयार किया ऐसे 19 मई को प्रताप जयंती के अवसर पर लागू किया गया तथा फरवरी 1948 में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई !
जोधपुर :-
➤ जून 1945 में कांग्रेस कार्य समिति के अन्य सदस्यों के साथ पंडित जवाहरलाल नेहरु ने बिरिया वैधता नेहरू को जोधपुर आने का निमंत्रण दिया !
➤ श्री सी. एस.वैकान्ताटाचारी प्रधानमंत्री बने, श्री चुन्नीलाल शर्मा और अन्य शहीदों की याद में डाबड़ा में हर वर्ष 13 मार्च को मेला भरता है !
➤ जोधपुर में पंडित नेहरू के सम्मान में गार्डन पार्टी अक्टूबर 1945 में आयोजित की गई !
➤ 1948 में नया मंत्रिमंडल बना जिसमें व्यास जी मथुरा दास माथुर द्वारका दास थे !
बीकानेर :-
➤ स्वामी गोपालदास चूरू में 1907 में सर्वहितकारी सभा का सभा की स्थापना की गई, सर्वहितकारिणी सभा द्वारा पुत्री पाठशाला तथा हरिजनों के लिए कबीर पाठशालाओं की स्थापना की गई !
➤ 26 जनवरी 1930 ईस्वी को पंडित चंदनमल बहड़, स्वामी गोपालदास, द्वारा चूरू के धर्म स्तूप के शिखर पर तिरंगा झंडा फहराया गया !
➤ जब बीकानेर के महाराजा गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने लंदन गए तब श्री चंदनमल बहड़, सत्यनारायण सर्राफ, गोपाल स्वामी इत्यादि ने बीकानेर राज्य की कमजोरियां एवं श्रम कानूनों पर एक पत्रिका प्रकाशित करवा कर राज्य देश एवं लंदन में वितरित करवा दी, इससे महाराजा गंगासिंह की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान हुआ, महाराजा ने लंदन से आते ही राज्य के विरुद्ध कार्य करने वाले लोगों को गिरफ्तार करवाया और उन्हें फांसी की सजा सुना दी गई !
➤ अक्टूबर 1936 में मेघाराम वैद्य के द्वारा बीकानेर प्रजामंडल की स्थापना की गई थी !
जयपुर :-
➤ अर्जुन लाल सेठी के द्वारा जयपुर में वर्द्धमान विद्यालय की स्थापना 1907 में की गई, यह विद्यालय क्रांतिकारियों के प्रशिक्षण का केंद्र बना प्रताप सिंह बारहठ, सर्व श्री विष्णु दत्त, मोतीचंद जैसे क्रांतिकारियों को यहीं पर प्रशिक्षित किया गया था !
➤ क्रांतिकारियों के लिए धन एकत्रित करने के लिए निमेज कांड हुआ, जिससे महंत की मृत्यु हो गई इसमें मोतीचंद को फांसी की सजा सुना दी गई !
➤ 1931 में कपूरचंद पाटनी द्वारा जयपुर प्रजामंडल की स्थापना की गई लेकिन प्रारंभ में यह संस्थान निष्क्रिय रही थी अक्टूबर 1945 में जहवरलाल नेहरू पी. इ. एन. में शामिल होने के लिए राजस्थान आए !
➤ 1946 में राज्य में विधानसभा परिषद और विधान परिषद की स्थापना हुई, जयपुर राज्य के 3 सदस्य भारतीय संविधान निर्मात्री परिषद में भेजे गए, जिसमें एक हीरालाल शास्त्री भी थे !
जैसलमेर :-
➤ अगस्त 1947 में जैसलमेर के राजकुमार गिरधारी सिंह ने महाराजा जोधपुर के साथ जैसलमेर को पाकिस्तान में मिलाने की योजना बनाई लेकिन वह योजनाए असफल रही !
झालावाड़ :-
➤ झालावाड़ में 1947 में लोकप्रिय नारी मंडल की स्थापना की गई, जिसके प्रधानमंत्री महाराजा हरिश्चंद्र को बनाया गया !
प्रतापगढ़ :-
➤ प्रतापगढ़ में अमृतलाल पायक और चुन्नीलाल प्रभाकर के प्रयत्नों से सन 1945 में प्रजामंडल की स्थापना हुई !
➤ 18 अप्रैल 1948 को प्रतापगढ़ का संयुक्त राजस्थान में विलय हुआ था !

मेवाड़ :-
➤ सन 1943 में मेवाड़ के प्रधानमंत्री सर टी. विजय राघवाचार्य के नियंत्रण में निमंत्रण में श्री राजगोपालचारी उदयपुर आए !
➤ 1945 में वर्मा जी ने अखिल भारतीय देशी राज्य लोक सेवा परिषद का अधिवेशन उदयपुर में संपन्न किया !
➤ श्री के एम मुंशी ने मेवाड़ राज्य का संविधान तैयार किया ऐसे 19 मई को प्रताप जयंती के अवसर पर लागू किया गया तथा फरवरी 1948 में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई !
जोधपुर :-
➤ जून 1945 में कांग्रेस कार्य समिति के अन्य सदस्यों के साथ पंडित जवाहरलाल नेहरु ने बिरिया वैधता नेहरू को जोधपुर आने का निमंत्रण दिया !
➤ श्री सी. एस.वैकान्ताटाचारी प्रधानमंत्री बने, श्री चुन्नीलाल शर्मा और अन्य शहीदों की याद में डाबड़ा में हर वर्ष 13 मार्च को मेला भरता है !
➤ जोधपुर में पंडित नेहरू के सम्मान में गार्डन पार्टी अक्टूबर 1945 में आयोजित की गई !
➤ 1948 में नया मंत्रिमंडल बना जिसमें व्यास जी मथुरा दास माथुर द्वारका दास थे !
बीकानेर :-
➤ स्वामी गोपालदास चूरू में 1907 में सर्वहितकारी सभा का सभा की स्थापना की गई, सर्वहितकारिणी सभा द्वारा पुत्री पाठशाला तथा हरिजनों के लिए कबीर पाठशालाओं की स्थापना की गई !
➤ 26 जनवरी 1930 ईस्वी को पंडित चंदनमल बहड़, स्वामी गोपालदास, द्वारा चूरू के धर्म स्तूप के शिखर पर तिरंगा झंडा फहराया गया !
➤ जब बीकानेर के महाराजा गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने लंदन गए तब श्री चंदनमल बहड़, सत्यनारायण सर्राफ, गोपाल स्वामी इत्यादि ने बीकानेर राज्य की कमजोरियां एवं श्रम कानूनों पर एक पत्रिका प्रकाशित करवा कर राज्य देश एवं लंदन में वितरित करवा दी, इससे महाराजा गंगासिंह की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान हुआ, महाराजा ने लंदन से आते ही राज्य के विरुद्ध कार्य करने वाले लोगों को गिरफ्तार करवाया और उन्हें फांसी की सजा सुना दी गई !
➤ अक्टूबर 1936 में मेघाराम वैद्य के द्वारा बीकानेर प्रजामंडल की स्थापना की गई थी !
जयपुर :-
➤ अर्जुन लाल सेठी के द्वारा जयपुर में वर्द्धमान विद्यालय की स्थापना 1907 में की गई, यह विद्यालय क्रांतिकारियों के प्रशिक्षण का केंद्र बना प्रताप सिंह बारहठ, सर्व श्री विष्णु दत्त, मोतीचंद जैसे क्रांतिकारियों को यहीं पर प्रशिक्षित किया गया था !
➤ क्रांतिकारियों के लिए धन एकत्रित करने के लिए निमेज कांड हुआ, जिससे महंत की मृत्यु हो गई इसमें मोतीचंद को फांसी की सजा सुना दी गई !
➤ 1931 में कपूरचंद पाटनी द्वारा जयपुर प्रजामंडल की स्थापना की गई लेकिन प्रारंभ में यह संस्थान निष्क्रिय रही थी अक्टूबर 1945 में जहवरलाल नेहरू पी. इ. एन. में शामिल होने के लिए राजस्थान आए !
➤ 1946 में राज्य में विधानसभा परिषद और विधान परिषद की स्थापना हुई, जयपुर राज्य के 3 सदस्य भारतीय संविधान निर्मात्री परिषद में भेजे गए, जिसमें एक हीरालाल शास्त्री भी थे !
जैसलमेर :-
➤ अगस्त 1947 में जैसलमेर के राजकुमार गिरधारी सिंह ने महाराजा जोधपुर के साथ जैसलमेर को पाकिस्तान में मिलाने की योजना बनाई लेकिन वह योजनाए असफल रही !
झालावाड़ :-
➤ झालावाड़ में 1947 में लोकप्रिय नारी मंडल की स्थापना की गई, जिसके प्रधानमंत्री महाराजा हरिश्चंद्र को बनाया गया !
प्रतापगढ़ :-
➤ प्रतापगढ़ में अमृतलाल पायक और चुन्नीलाल प्रभाकर के प्रयत्नों से सन 1945 में प्रजामंडल की स्थापना हुई !
➤ 18 अप्रैल 1948 को प्रतापगढ़ का संयुक्त राजस्थान में विलय हुआ था !
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